woven sack tutorial - प्रोडक्शन प्लानिंग कैलकुलेशन
अनकोटेड ओवेन बैग का प्लानिंग कैसे करें।
सबसे पहले कुछ जरुरी बाते हमें जाननी होंगी जैसे
• बैग का साइज
• बैग का वजन या GSM या ग्राम (लोकल मार्किट की भाषा)
• बैग में स्टिचिंग का तरीका
• बैग में STRENGTH की मांग
• बैग का रंग
इत्यादि।
अनकोटेड ओवेन बैग का साइज
बैग कई तरह के बनते है
जैसे
टुबुलर फैब्रिक से बने बैग - नार्मल पैकिंग बैग, वाल्व बैग इत्यादि।
फ्लैट फैब्रिक से बने बैग - बॉक्स बैग, एनवलप बैग इत्यादि।
अनकोटेड ओवेन बैग का वजन या GSM या ग्राम (लोकल मार्किट की भाषा)
GSM या GPB (ग्राम पर बैग) या
सामान्यतः लोकल मार्किट में इस्तेमाल किया जाने वाला ग्राम पता हो तो कैलकुलेशन
करना आसान हो जाता है,
आर्डर के लिए रॉ मटेरियल
कितना लगेगा, टेप का डेनियर कितना बनाना होगा, कितना मीटर फैब्रिक तथा टेप कितना बनाना होगा।
बैग में स्टिचिंग का
तरीका
बैग में कई तरह के स्टिचिंग किये जाते है
जैसे
• SFSS (सिंगल फोल्ड सिंगल स्टिच)
• DFDS (डबल फोल्ड डबल स्टिच)
• SFDS (सिंगल फोल्ड डबल स्टिच)
• DFSS (डबल फोल्ड सिंगल स्टिच)
• EZ ओपन फोल्ड के साथ
• EZ ओपन फोल्ड के बिना
इत्यादि।
बैग में STRENGTH की मांग
मिक्सिंग रेसिपी डेसाइड
करने के लिए स्ट्रेंथ का डिमांड जानना बहुत जरुरी है, कॉस्टिंग में सबसे जरुरी मिक्सिंग रेसिपी होता है, क्योंकि जरुरत के हिसाब से रेसिपी में कई तरह के एड़ीटिब्स
मिलाये जाते है जिनका सीधा सम्बन्ध स्ट्रेंथ एवं एलंगेसन से होता है।
बैग का रंग
पॉलीमर बैग की विशेषताओं
में सबसे खाश बात है की इसे मांग के स्वरुप किसी भी रंग का बनाया जा सकता है,
जैसा की कॉस्टिंग में
सबसे जरुरी मिक्सिंग रेसिपी होता है, क्योंकि जरुरत के हिसाब
से रेसिपी में कई तरह के एड़ीटिब्स मिलाये जाते है चूँकि अलग-अलग कलर मास्टर बैच का कॉस्ट भी अलग-अलग होता है।
आगे कैलकुलेशन समझने के लिए एक उदहारण ले लेते है।
उदहारण के लिए 24"X 36" का सफ़ेद अनकोटेड ओवेन बैग जिसका वजन 90 ग्राम होना चाहिए, मैश 10 X
10 और टॉप हेम्मिंग एवं बॉटम
में SFSS , वीविंग फ्लैट होना चाहिए। Quantity 50000 बैग।
(इसी उदहारण में GSM और ग्राम भी डिसकस किया जायेगा।)
• सबसे पहले उपलब्ध जानकारी नोट करें।
• GPB - 90 ग्राम
• साइज - 24" X 36"
• स्टिचिंग - टॉप हेमिंग और बॉटम SFSS
• वीविंग टाइप – फ्लैट
• मेश 10 X 10
अब पहले कट लेंथ डिसाइड करते है।
चूँकि स्टिचिंग टॉप हेमिंग और बॉटम SFSS है, तो हेमिंग के लिए 1" और SFSS के लिए 1.5" बैग के साइज में जोड़ लेते हैं।
बैग की लम्बाई 36" है इसमें 2.5" जोड़ लेते है यानि कट लेंथ
38.5" हो गया।
अब इसको एकिक नियम (unitary
method) से समझते हैं।
चूँकि, एक बैग बनाने में हमें 38.5" लम्बी
फैब्रिक चाहिए।
तोह , 50000 बैग बनाने में 50000 X 38.5" = 1925000"
अब इसे मीटर में जानने के लिए पुनः एकिक नियम (unitary method) से समझते हैं।
चूँकि, 39.37" में 1 मीटर
तोह, 1" में 1/39.37 मीटर
इसलिए 1925000" में = 1925000*1/39.37
=48895
मीटर
चूँकि फैब्रिक बनाते समय कई प्रकार के वेस्टज भी बनते है इसलिए required फैब्रिक से कुछ % अधिक फैब्रिक बनाई जाती है। सामान्यतः 3 %.
इसलिए 48895 + 3% = 50361 मीटर
राउंडअप करने पर 50400 मीटर
हमें कितना फैब्रिक बनाना है इसकी जानकारी है, अब टेप कितना बनाना होगा
इसका कैलकुलेशन करना होगा।
चूँकि एक बैग का वजन 90 ग्राम है, यंहा एक बात का ध्यान देना है कि, बैग के वजन में सिलाई में
उपयोग होने वाले धागे का वजन भी जुड़ा है,
सिलाई में उपयोग होने वाले धागे का वास्तविक वजन जानने का सही तरीका है की
सैंपल बैग के धागे को खोल कर वजन कर लें, यंहा हम लोग इसको 3 ग्राम मान लेते है।
इसलिए 90-3=87 ग्राम
इसका मतलब है 24" X
38.5" के फैब्रिक का वजन
87 ग्राम है।
अब हमें सबसे पहले GPM
निकालनी है , ताकि कुल कितना टेप बनानी है वो पता लगाया जा सके, फिर GSM
और फिर डेनियर।
(लोकल मार्किट में इस्तेमाल किया जाने वाला ग्राम का मतलब GPM भागे साइज (width)
इंच में होता है।)
पुनः एकिक नियम (unitary
method) से समझते हैं।
GPM निकलने के लिए साइज (width) मायने नहीं रखती,
इसलिए
चूँकि, 38.5" फैब्रिक का
वजन 87 ग्राम है ,
तोह, 1" फैब्रिक का वजन
इसलिए 39.37" फैब्रिक का वजन 87*39.37/38.5
=
88.97 ग्राम
यदि इस फैब्रिक का ग्राम निकलना हो तोह, 88.97/24=3.7 ग्राम
अब इस फैब्रिक का GSM निकलते है।
चूँकि हमें GPM
पता है तोह
पुनः एकिक नियम (unitary method) से GSM निकालते हैं।
अब यदि 48”(24X2) का वजन 88.97 ग्राम है,
तोह, 1” का वजन
इसलिए 39.37 का वजन =
GSM=
72.97 ग्राम
अब डेनियर निकालते है
Fabric GSM = (Warp mesh
+ Weft mesh) x Denier/228.6
( पूरा फार्मूला जानने केलिए CLICK HERE)
डेनियर = फैब्रिक GSM
X 228.6 / (Warp mesh + Weft mesh)
= 72.97 X 228.6 / ( 10 + 10)
= 834 डेनियर
(चूँकि, टेप प्लांट में डेनियर वेरिएशन लगभग 3 - 8 % तक होता है, इसलिए कैलकुलेटेड डेनियर से 3 - 4 % काम बनाते है।)
अब कुल कितना टेप बनाना होगा इसका कैलकुलेशन करते है,
चूँकि हमें GPM
पता है तोह
पुनः एकिक नियम (unitary method) से कैलकुलेशन करते है ।
चूँकि, 1 मीटर फैब्रिक का वजन 88.97 ग्राम
है,
तोह, 50400 मीटर फैब्रिक का वजन = 50400*88.97 ग्राम
= 4484088 ग्राम
= 4484.088 KG
लूम पर फैब्रिक पूरा होने पे कुछ टेप बचेंगी, इसलिए उतना टेप एक्स्ट्रा
बनाना होगा। सामान्यतः बचे हुए एक बोब्बिं का वजन 700 ग्राम लेते है। इसलिए यंहा 24 X 2 X 10 X 0 .7 = 336 kg एक्स्ट्रा बनायेंगे। कुल टेप 4820 KG
लगभग।
आगे और भी इसी प्रकार के कैलकुलेशन एवं फॉर्मूले समझने के लिए डिस्क्रिप्शन
में दिए वीडियो को देखें।
अगर कोई बात न समझ में आ रही हो तोह कमेंट बॉक्स में जरूर बताये।
Gpd theory
ReplyDeleteMesh kase pata karna h
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